"बिल्लो" हिन्दी भाषा कविताएं चित्रों सहित
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लंगूर को चिडियाघर में देखो ।
चाहो तो घर से दूर भी रख लो।
बन का वासी बन में साजे।
घर में आये तो डंका बाजे।