"बिल्लो" हिन्दी भाषा कविताएं चित्रों सहित
Back
Home
Next
ओस घास पर गिरती रहती।
बिल्लो जिस पर फिरती रहती।
गिरती है फिर ऊं, ऊं करती।
जब भाई उठाता तो वह हंसती।